मैं रावण हूँ
मुझे राम से ईर्ष्या होती है
मैं पाताल लोक का वाशी हूँ
वो धरती और आकाश का मालिक है
मेरे पास सब कुछ है
वो सब कुछ का मालिक है
मैं सत्य के पीछे भागता हूँ
वो ही केवल अंतिम सत्य है
मेरे पास सारी शक्तियां है
वो सभी शक्तियां का स्रोत है
मेरे सभी देवी देवता दासी है
वो सभी दासी का स्वामी है
मैं त्रिलोक विजेता हूँ
वो त्रिलोक रचेयता है
मैं लंका का राजा हूँ
वो ब्रह्मांड का जननी है
मैं लंकापति रावण हूँ
वो तो तीनो लोक का नारायण है