Tuesday, 20 June 2023

बहुत दिनों बाद किसी ने उसकी खबर दी
खूबसूरत ज्यादा हो गई उससे ज्यादा अच्छी

उससे खैरियत पूछे बिना,

उससे खैरियत पूछे बिना,
मैं खैरियत का हाल लिख नही सकता।।

उसके मुस्कुराने पर मौसम साफ लिखता हूँ
उसके नाराजगी पर आसमान में बदल छाया लिखता हूँ

उसके गुड नाईट लिखने पर हाजत शून्य लिखता हूँ
कुछ नही लिखने पर हाजत मूड के हिसाब लिखता हूँ

उससे मिलने पर आज का डायरी लिखना शुरू करता हूँ
उससे बिछुड़ने पर पिछले 24 घण्टे का डायरी लिखना बंद करता हूँ

और अंत में

उसने मुझसे रिश्वत में मोहब्बत मांगती है
दूसरे तरफ मोहब्बत में भ्र्ष्टाचार पसंद नही करती है
पिछले वर्ष के मौसम के साथी
तुमसे नही मिलने पर 
यहां भी बारिस नही होती

धूप से ज्यादा गर्मी है
गर्मी से ज्यादा धूप 
लगता है अपनी जुल्फें बांध रखी हो क्या