ये दुनिया प्यार के किस्से मुझे जब भी सुनाती है...
वो लड़की याद आती है.....
कभी खुशबू भरे खत को सिरहाने रखकर सोती थी,
कभी यादों के बिस्तर से लिपटकर खूब रोती थी
कभी आंचल भिगोती थी, कभी तकिया भिगोती थी..2
ये उसकी सादगी है जो हमें अब भी रुलाती है
वो लड़की याद आती है.........
चली आती थी मिलने के लिए,
हील-ए-बहाने से गुजरती थी
क़यामत दिल पे उसके लौट जाने से.
मुझे बेहद सुकून मिलता था उसके मुस्कुराने से
उतरकर चांदनी जिस वक्त छत पर मुस्कुराती है..
वो लड़की याद आती है.....
वो मेरा नाम गीतों के बहाने गुनगुनाती थी
मैं रोता था तो वो भी आंसुओं में डूब जाती थी
मैं हँसता था तो वो भी मुस्कुराती थी
अभी तक याद उसी की प्यार के वो गीत लुटाती है
वो लड़की याद आती है.....
जहा मिलते थे दोनों वो ठिकाना याद आता है
वफ़ा का दिल का चाहत का फ़साना याद आता है
उसका ख्वाब में आकर सताना याद आता है
वो नाजुक नरम उंगली अब भी मुझको गुदगुदाती है
वो लड़की याद आती है.....
याद का सावन किताबो को भिगोता है
अकेले में ये मुझको महसूस होता है
लड़की याद आती है …..