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Tuesday, 20 February 2018

जय राज संग स्नेहा भारती

तेरे हर घर द्वार को आज मैं,आठो धाम लिखता हूँ
मिलन के इस अर्द्ध रात को आज अपने जीवन का सवेरा लिखता हूँ
अपनी सारी चल अचल साँसे तेरे नाम लिखता हूँ
गंगोत्री से गंगासागर तक खुद को समर्पित कर तेरे नाम लिखता हूँ
तेरी हर खुशी को अपनी खुशी मानूंगा ऐ बात सर झुका कर लिखता हूँ

तेरी माथे की बिंदिया को अपने जीवन का उगता हुआ सूरज लिखता हूँ

तेरी पाँव के रुनझुन को अपने जीवन का धुन लिखता हूँ
अपनी धड़कन का नाम भी, आज से तेरा ही नाम रख दिया हूँ यह बात भी लिखता हूँ

मैं राम तो नही फिर भी सीता समझ कर तुम्हें स्वीकार करता हूँ

सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए ....
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...!!

Friday, 13 October 2017

धर्मप्रेमिका !

तुम ही मेरी गंगोत्री, तुम ही मेरी गंगासागर !

अब तुम ही बता दो, मुझे कहाँ डुबकी लगाना है !!

Monday, 21 August 2017

घर से भी कभी निकल कर देखो....

घर से कभी निकल कर देखो
कभी जलती धूप में तप कर देखो..
बारिस में खुद को डुबो कर देखो
सर्द मौसम में कभी कांप कर देखो...

जिंदगी क्या चीज होती है ?
किताबों के सागर से निकल कर देखो...

कभी आँखों का धोख़ा हो सकता है
फासलों की दूरी मिटा कर देखो...

मिले न मिले, इंतज़ार कर के देखो
अपनों के संग दो वक़्त गुजार कर देखो...

मुहब्बत क्या चीज़ होती है ?
दो क़दम हाथ थाम कर चल कर देखो...

Saturday, 15 July 2017

धर्मप्रेमिका !


अपनें #जेवर की बक्से में रख कर छुपा लो मुझे..

बाहर की दुनियाँ में बहुत खरीद बिक्री है...

कुछ वक़्त साथ रहेंगें मेरी भी #क़ीमत बढ़ जायेगी..

Monday, 10 July 2017

धर्मप्रेमिका !

प्यार में थोड़ा सा पागलपन होना जरूरी है.....!

खुद उसका हो तो खुद के अंदर उसको ढूढ़ना जरूरी है....!!

Sunday, 4 June 2017

धर्मप्रेमिका !

मोहब्बत क्या होती है..?

यदि कृष्ण से पूछोगे तो वो दिल लगाना ही कहेगा!
गलती से मीरा से पूछोगे तो वो इंतज़ार करना ही कहेगी !!

Thursday, 27 April 2017

धर्मप्रेमिका

शतरंज मे वज़ीर
और
ज़िंदगी मे ज़मीर,
अगर मर जाए तो समझिए खेल ख़त्म....

https://t.co/JUHOOclESy

Sunday, 16 April 2017

धर्मप्रेमिका

अंजाम की खबर तो मीरा को भी थी...!

मगर बात सिर्फ मोहब्बत निभाने की थी...!

Sunday, 9 April 2017

धर्मप्रेमिका !

जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है न…!

कसम से एक बार तो जिंदगी, वही पर रुक जाती हैं..!

सच कह रहा हूँ पगली..
.


धर्मप्रेमिका !

ज़हर का स्वाद शिव शंकर भोलेनाथ से पूछो,

अगर मीरा से पूछोगे तो अमृत ही कहेगी...!!


Thursday, 11 August 2016

सच्चे प्यार को तरसती और भटकती मीना को शायद यह भी नही पता था कि उनके प्यार की मंजिल कौन है :- ट्रेजडी क्वीन

अजीब दास्तां है ये कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंजिलें है कौन सी, ना  वो समझ सके न हम
फिल्म थी - #दिल_अपना_और_प्रीत_पराई। अगर आपको प्रेम कहानियों में दिलचस्पी है और आपने यह फिल्म नहीं देखी तो समझिए आप एक खास चीज देखने से महरूम रह गए हैं । वासना रहित प्रेम कितना सघन और प्रबल हो सकता है आपको इस फिल्म से पता चलता है।
कुछ दिन पहले देखी यह फिल्म का असर आज भी है। लगता है कि यह रूह में गहरे पैबस्त हो चुकी है । एक डॉक्टर से अटूट प्रेम करती नर्स की अनूठी कहानी पर फिल्म आधारित है। संयोग कह लें कि इसकी नायिका मीना कुमारी ही थीं । आप कल्पना नहीं कर सकते मीना की जगह कोई और इस गुम्फित चरित्र को निभा सकता था ।
अभिनय इतना जबरदस्त कि लगता था कि यह मीना कुमारी की ही अपनी जिंदगी हो। यही उनके अभिनय की खासियत थी। ऐसा लगता मानो फिल्मी किरदारों की रूह उनमें समा गई हो। यही क्यों, #साहब_बीवी_और_गुलाम में छोटी बहू के किरदार में मीना कुमारी अद्भुत लगी हैं।
कहते थे यह किरदार उनकी जिंदगी के बेहद करीब था । दूसरों पर प्यार का समंदर लुटाने के बाद भी सच्चे प्यार की एक बूंद के लिए तरसती मीना का दिल गमों, कराह और दर्द का ऐसा जखीरा बन चुका था जो कभी खाली न हो सका ।
यहूदी में एक विजातीय रराजकुमार को दिल दे बैठने वाली लड़की के किरदार में मीना का रोल भुलाए नहीं भूलता । मोहब्बत और फर्ज की जंग में अपनी आखें फोड़ लेने वाले ट्रेजडी किन्ग दिलीप साहब के मुकाबिल ट्रेजडी क्वीन ही टिक सकती थी।
#दिल_एक_मंदिर में उनके हीरो एक बार फिर जानी यानी राजकुमार थे। मीना कुमारी के साथ काम करते हुए उन्होंने भी अपने अभिनय का रेज गजब उठाया था । अस्पताल में कैसर से जूझ रहे पति की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए ब्याहता का सातों ‌सिंगार में सजकर आने का दृश्य अरसे तक कचोटता रहता है ।
ऐसी कितनी फिल्मों के नाम गिनाए शायद कई किताबें अधूरी पड़ जाएगी। कमाल अमरोही से बेपनाह मुहब्बत उन्हें मंजिल- ऐ- मकसूद तक नहीं पहुंचा पाई। प्यार की मृगतृष्णा उन्हें उम्र भर भटकाती रही। कभी किसी के दामन से लिपट कर रो लेना, कभी मयकशी के जरिए गम को भुलाने की नाकाम कोशिश ने निजी जिंदगी में भी उन्हें ट्रेजडी क्वीन बना दिया ।
मीना प्यार की चाहत में भटकती मीरा की तरह ही थीं । फर्क सिर्फ इतना है कि मीरा जानती थी कि उनका प्यार तो गिरधर गोपाल है जो आत्मिक तौर पर हर वक्त उनके साथ ही कहता है । सच्चे प्यार को तरसती और भटकती मीना को शायद यह भी नही पता था कि उनके प्यार की मंजिल कौन है । यही इस ट्रेजडी क्वीन की सबसे बड़ी ट्रेजडी थी।
तनहाई का इनफिनिटी तक के विस्तार का दूसरा नाम था मीना कुमारी। आप इससे इत्तेफाक रखें या न रखें । मीना कुमारी के साथ ही इश्क की मंजिल के लिए भटकती हर शख्सियत को खिराजे अकीदत पेश करते हुए।

Tuesday, 9 August 2016

धर्मप्रेमिका !

मोहब्बत रोग होती है ,कहा भी था,,
रुला कर खुद भी रोती है,कहा भी था,,
किनारे के करीब ले जा कर,,
ये कश्ती को डूबोती है,कहा भी था,
तुम इसको दिल की धरती का पता मत दो,,
ये इसमें दर्द बोती है,कहा भी था,,
मोहब्बत में ख़ुशी के बाद गम की घडी,,
बहुत नजदीक होती है,कहा भी था,,
लुटा कर दिल को रोने से, भी क्या हासिल,,
बहुत नायाब मोती है,कहा भी था,,
शुरू से इसकी आदत है ज़माने में,,
जगा कर खुद ये सोती है,कहा भी था,,
ये सर से पाँव तक राख़ कर देगी,,
बहुत बेदर्द होती है,कहा भी था।।।


Sunday, 22 May 2016

इस तरह मुहब्बत की शुरुआत कीजिए!

इस तरह मुहब्बत की शुरुआत कीजिये
एक बार अकेले में मुलाकात कीजिये।
सुखी पड़ी है दिल की जमीं मुद्दतो से यार
बनके घटायें प्यार की बरसात कीजिये।
हिलने न पाये होंठ और कह जाए बहुत कुछ
आंखों में आँखे डाल कर हर बात कीजिये।
दिन में ही मिले रोज हम देखे न कोई और
सूरज पे जुल्फे डाल कर फ़िर रात कीजिये।
:::::::::::::::अलका संग विशेष :::::::::::::::::
धागा है ये प्रेम का जीवन का विश्वास,
एक दूसरे में घुलें प्राण बसे ज्यों साँस !
सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए ....
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...!!
_____________________________________
अपना जन्म किसी को याद नही रहता है, पर इतना तो सच है दोस्त,तुमनें जो नये जीवन की शुरुआत की है वह पुनर्जन्म हुआ है तुम्हारा और मैं स्वागत् करता हूँ इस नए जीवन पथ पर, तुम्हारे साथ हाथ पकड़ के चलने वाली हर सुख दुःख की जो संगनी है,उसके साथ सुनसान रास्ते पर अपनापन लगेगा, हर सपना सच लगेगा, हर ख्वाहिश पूरी होगी, दिल और मन की हर मुराद पूरी होगी.... 
बस दोस्त मेरी सीता जैसी भाभी का हाथ पकड़े रहना, तुम्हारी हर इच्छा की पूर्ति होगी...
मैं भगवान से दुआ माँगा हूँ...की मेरे दोस्त को 7 जन्म नही चाहिए जीने के लिए बस इसी जन्म में सातो जन्म के बदले सारा जीवन दे देना और इसी जन्म में सारा प्यार देदे इन दोनों के बीच बना रहे...बाँट बाँट कर न तो जीवन न ही प्यार देना...सब कुछ इसी जन्म में दे देना भगवान! 
एक बार पुनः
सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए .... 
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...!!

Sunday, 8 November 2015

प्यार कुछ भी नही है बस तेरी मेरी कहानी है !

सुबह उठ कर आँखे खोलने से पहले जिसका चेहरा देखने की इच्छा हो,वो प्यार है… 
मंदिर में दर्शन करते किसी के पास खड़े होने का एहसास हो ,वो प्यार है..
पुरे दिन की थकान जिसके साथ बैठने की कल्पना से ही दूर हो जाए, वो प्यार है…
सर किसी की गोद में रखकर लगे की मन हल्का हो गया,वो प्यार है...
लाख कोशिश करके दिल जिससे नफरत ना कर सके और ना ही भूल सके,वो प्यार है...
इसे पढ़ते वक़्त जिस किसी की भी याद आये, वो प्यार है ....