Sunday, 22 May 2016

इस तरह मुहब्बत की शुरुआत कीजिए!

इस तरह मुहब्बत की शुरुआत कीजिये
एक बार अकेले में मुलाकात कीजिये।
सुखी पड़ी है दिल की जमीं मुद्दतो से यार
बनके घटायें प्यार की बरसात कीजिये।
हिलने न पाये होंठ और कह जाए बहुत कुछ
आंखों में आँखे डाल कर हर बात कीजिये।
दिन में ही मिले रोज हम देखे न कोई और
सूरज पे जुल्फे डाल कर फ़िर रात कीजिये।
:::::::::::::::अलका संग विशेष :::::::::::::::::
धागा है ये प्रेम का जीवन का विश्वास,
एक दूसरे में घुलें प्राण बसे ज्यों साँस !
सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए ....
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...!!
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अपना जन्म किसी को याद नही रहता है, पर इतना तो सच है दोस्त,तुमनें जो नये जीवन की शुरुआत की है वह पुनर्जन्म हुआ है तुम्हारा और मैं स्वागत् करता हूँ इस नए जीवन पथ पर, तुम्हारे साथ हाथ पकड़ के चलने वाली हर सुख दुःख की जो संगनी है,उसके साथ सुनसान रास्ते पर अपनापन लगेगा, हर सपना सच लगेगा, हर ख्वाहिश पूरी होगी, दिल और मन की हर मुराद पूरी होगी.... 
बस दोस्त मेरी सीता जैसी भाभी का हाथ पकड़े रहना, तुम्हारी हर इच्छा की पूर्ति होगी...
मैं भगवान से दुआ माँगा हूँ...की मेरे दोस्त को 7 जन्म नही चाहिए जीने के लिए बस इसी जन्म में सातो जन्म के बदले सारा जीवन दे देना और इसी जन्म में सारा प्यार देदे इन दोनों के बीच बना रहे...बाँट बाँट कर न तो जीवन न ही प्यार देना...सब कुछ इसी जन्म में दे देना भगवान! 
एक बार पुनः
सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए .... 
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं...!!

1 comment:

pratyush vikky said...
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