Friday, 28 October 2022

मेरे कमरे में

मेरे कमरे में
मैं हूँ, कुछ किताबें और उसकी यादें हैं
मिठाई, कुछ बिस्कुट, और कुरकुरे हैं
आँशु, कुछ सिसकियां और मजबूरियां हैं

और अंत में

कुछ मेरी, कुछ उसकी, और हम दोनों की कहानी है..
आप सबों को सुननी है..उसकी जुबानी है