वो बजट की लोकलुभावन योजना प्रिय
मैं साधरण मध्यवर्गीय प्रिय
वो बजट की खूबसूरत धोषणा प्रिय
मैं टैक्स स्लैब में छूट का इंतज़ार करता प्रिय
वो खर्च की सालभर का लेखा जोखा प्रिय
मैं हर महीने वेतन का इंतजार करता प्रिय
वो बजट सत्र की हंगामा प्रिय
मैं खाली जेब का सन्नाटा प्रिय
और अंत में
इतना लिखते ही मैं pop गया प्रिय
तब से ये अधूरा लिखा रह गया प्रिय
😂😂😂😂😂😂😂😂