Sunday, 5 February 2023

बजट

वो बजट की लोकलुभावन योजना प्रिय
मैं साधरण मध्यवर्गीय प्रिय

वो बजट की खूबसूरत धोषणा प्रिय
मैं टैक्स स्लैब में छूट का इंतज़ार करता प्रिय

वो खर्च की सालभर का लेखा जोखा  प्रिय
मैं हर महीने वेतन का इंतजार करता प्रिय

वो बजट सत्र की हंगामा प्रिय
मैं खाली जेब का सन्नाटा प्रिय

और अंत में

इतना लिखते ही मैं pop गया प्रिय
तब से ये अधूरा लिखा रह गया प्रिय

😂😂😂😂😂😂😂😂
कश्तियाँ सब की किनारे लगती है
बहाव अगर प्रतिकूल हो तो
हवाओं का रुख बदलने का इंतज़ार कर