थोड़ी सी गोरी है
आंखों में काजल है ज्यादा
पर दिल रखती है पत्थर का
थोड़ी सी खुश रहती है
हँसती है उससे ज्यादा
पर देख कर मुँह फूलती है
खाती है कम
शरीर मे ताकत है उससे भी कम
पर पांव दबवाती है मुझसे ज्यादा
मिलती है कम
देखकर चुप रहती है उससे ज्यादा
पर सपनों में सवाल जवाब करती है ज्यादा