Thursday, 27 April 2017

धर्मप्रेमिका

शतरंज मे वज़ीर
और
ज़िंदगी मे ज़मीर,
अगर मर जाए तो समझिए खेल ख़त्म....

https://t.co/JUHOOclESy

Monday, 24 April 2017

सेनिटरी नैपकिन और लगान

चुनाव में हारे हुए अरुण जेटली भैयाजी को वित्त मंत्रालय मिलनें पर आधी आबादी को अब ज़रूर दुःख हो रहा होगा।क्योंकि इनको समझ में नही आ रहा है की #सेनिटरी_नैपकिन महिलाओं की जरूरत है ना की इनकी लगान वसूली की सामान। जिससे वे अपना तिजोरी भर सके।
अभी भी अधिकांशतः ग्रामीण महिलाएं पैसे के आभाव में तथा सुविधा और सही जानकारी के आभाव में सेनिटरी नैपकिन का इस्तमाल नही कर पाती है।वहीं अभी भी महिलाओं को इसके खरीदारी में संकोच और समस्याएं होती है।
चूँकि यह कोई लग्ज़री या विलासता की वस्तु नही है इसलिए इसे GST से बहार कर के टैक्स-फ़्री करें। और स्वच्छ, स्वस्थ्य और प्रगतिशील समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
और अंत में
मंत्रीजी अपना सामाजिक जिम्मेदारी समझे और उनका निर्वाह करें।ऐसे भी महिलाएं छोटी-छोटी बात नही भूलती है और अगर इनकी मन की बात पूरी नही होगी तो समझो हिसाब बराबर अगले चुनाव में..!

Sunday, 16 April 2017

धर्मप्रेमिका

अंजाम की खबर तो मीरा को भी थी...!

मगर बात सिर्फ मोहब्बत निभाने की थी...!

Sunday, 9 April 2017

धर्मप्रेमिका !

जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है न…!

कसम से एक बार तो जिंदगी, वही पर रुक जाती हैं..!

सच कह रहा हूँ पगली..
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धर्मप्रेमिका !

ज़हर का स्वाद शिव शंकर भोलेनाथ से पूछो,

अगर मीरा से पूछोगे तो अमृत ही कहेगी...!!


Monday, 3 April 2017

हमे और जीने की चाहत ना होती अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते


हमे और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते

तुम्हे देख के तो लगता हैं ऐसे
बहारों का मौसम आया हो जैसे
दिखायी ना देती, अंधेरों में ज्योती
अगर तुम ना होते..

हमे जो तुम्हारा सहारा ना मिलता
भंवर में ही रहते, किनारा ना मिलता
किनारे पे भी तो, लहर आ डूबोती
अगर तुम ना होते..

न जाने क्यो दिल से, ये आवाज़ आयी
मिलन से हैं बढ़ के, तुम्हारी जुदाई
इन आँखों के आँसू ना कहलाते मोती
अगर तुम ना होते..

गीतकार : गुलशन बावरा,
गायक : किशोर कुमार,
संगीतकार : राहुलदेव बर्मन,
चित्रपट : अगर तुम ना होते - 1983