लोग कहते हैं कि तुम्हारा अंदाज़ बदला बदला सा हो गया है पर कितने ज़ख्म खाए हैं इस दिल पर तब ये अंदाज़ आया है..! A6
तुम ही मेरी गंगोत्री, तुम ही मेरी गंगासागर !
अब तुम ही बता दो, मुझे कहाँ डुबकी लगाना है !!