Monday, 18 December 2023

वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें थाने में

आओ और मिलो मेरे पुराने  दोस्तों से
वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें थाने में

आओ और मिलो मेरे गाँव के  वादियों से
वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें वर्दी में

आओ और पढ़ो मेरे लिखे शेरो और शायरी को
वैसा नही हूँ जैसे लिखता हूँ केस डायरी में

आओ और मिलो मेरे सपनों की बस्ती में
वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें रात्रि गस्ती में

और अंत में

आओ और मिलो मुझसे  सच सुनो अकेले में
वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें कोर्ट कचहरी में

जाते जाते

आओ और मिलो मुझसे कभी छुट्टी में
वैसा नही हूँ जैसे मिलता हूँ तुम्हें ड्यूटी में

Saturday, 9 December 2023

उसके शहर से भूखा वापस आया हूँ
ये तो तोहीन है उसकी रसोईघर की

Monday, 4 December 2023

छोटू कुमार पंडित @421

Monday, 13 November 2023

दीपावली की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं

इस  दीपावली भी पिछली साल की तरह गुजर रही है
उसकी आँखों के काजल को  देखे बिना 

वनवास तो खत्म हो गया
फिर भी मिलने की आस नही

और अंत में

अपनी भाग्यश्री लक्ष्मी को भी...
इस अमावस की रात को...

दीपावली की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
🎆🎇🎊🎊🎉🎉🪄🪄🎇🎇🎆🎆

Sunday, 12 November 2023

दीपावली की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं

अरसो हो गए हैं,
उसकी आँखों के काजल को देखे बिना

वनवास तो खत्म हो गया
फिर भी मिलने की आस नही

जिनसे मिल नही पता हूँ

उन्हें भी इस अमावस की रात को

दीपावली की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
🎆🎇🎊🎊🎁🎉🎉🪄🪄🎇🎇🎆🎆

Friday, 27 October 2023

दुनियाँ का सबसे बड़ी सजा खुद को दूँगा

दुनियाँ का सबसे बड़ी सजा खुद को दूँगा
जिसे मैं चाहता हूँ उसका हो जाऊँगा

रुक रुक कर वक़्त को रोकता रहता हूँ
दो कदम उसका हाथ थामे साथ चलता रहूँगा

मुझे अरसे हो गए हैं उसे देखे बिना
सुन रखा है पहले से ज्यादा खूबसूरत हो गई है

और अंत में

सुने हैं इस दशहरा पगली झुमका खरीद रही थी
अब उसे कैसे बताएं
पिछले दशहरे में ही उसके लिए झुमका खरीद रखा है

Friday, 15 September 2023

अपने पल्लू में एक ऐसी जड़ी बाँध लो...
जिससे  तेरा मेरा और मेरा तेरा होने का एहसास हो

Monday, 11 September 2023

वो खुदगर्ज है...।

जो तुझे देख कर 
तेरा न हो पाया
वो खुदगर्ज है...।

जो तेरा होकर
तुझ से मिल न पाया
वो भी बहुत खुदगर्ज है..।।

Sunday, 13 August 2023

मुझे मुफ़्त में ले जाये कोई
मुझे नीलामी से डर लगता है

मोहब्बत तो ठीक है पर
मुझे इसके दुष्परिणाम से डर लगता है

Tuesday, 25 July 2023

वो मेरे भेजे हुए सारे पत्र को संभाल कर रखती है
वो शाम को उसपर भूँजा, नमक और तीखा मिर्च रखती है

और कहती है सब कुछ ठीक है
थोड़ा नमक के साथ मिर्च और ज्यादा तीखा होना चाहिए

अनजानें शहर में

अनजानें शहर में
गली गली गाँव गाँव मुसाफिर बन फिरता हूँ

ना जानें कब से 
अपना शहर गाँव गली छोड़ कर भटकता फिरता हूँ

ना किसी का सुनने वाला
हर किसी का बातें ध्यान से सुनता फिरता हूँ

डूबते सूरज के साथ
रातभर सोते शहर में अकेले जागते फिरता हूँ

बस्ती बस्ती घोर अंधेरा 
आशा बन रात भर चलते जलते फिरता हूँ

अनजाने शहर को
अपना समझ कर हर वक़्त तैनात रहते फिरता हूँ

Sunday, 23 July 2023

ये बात भी उसी पर छोड़ आया हूँ

मैं उसके इंतज़ार में और भी काला हो गया हूँ
ये बात भी स्टेशन डायरी में लिखकर आ गया हूँ

मैंने भी उसकी दिल की चोरी बिना पूछे की है
ये बात भी अंतिम प्रपत्र में लिखकर आ गया हूँ

अब सजाये उम्र कैद मिले या रिहाई मिले
ये बात भी उसी पर छोड़ आया हूँ

Sunday, 16 July 2023

चंद्रयान 3

पिछली बार भी मिलने गया था प्रिय !
लेंडर रोवर का सॉफ्ट लैंडिंग ना हो पाया प्रिय !!
इस बार पूरी तैयारी से मिलने आ रहा हूँ प्रिय !
इस बार मिलनें में ना कोई बहाना ना ही कतराना प्रिय !!

जन्मदिन की अनंत बधाई एंव शुभकामनाएं

मैं थोड़ा आलसी हूँ
हर बार देरी हो जाती है

जब भी कहीं जाना हो
जब भी किसी से मिलना हो
मैं देर कर देता हूँ


जब भी किसी से कुछ कहना हो
जब भी किसी को याद करना हो
मैं भूल जाता हूँ

जब भी धीरे से कुछ कहना हो
कहते कहते कुछ सुनना हो
मैं चुप हो जाता हूँ

और अंत में

जब भी बधाई देनी हो 
हर बार हर चीज में देरी कर देता हूँ

जाते जाते
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

जन्मदिन की अनंत बधाई एंव शुभकामनाएं

🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂🎂

Sunday, 9 July 2023

सावन की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं

उसे ढूँढने के लिए...

सारे शिवालयों का चक्कर लगा आया हूँ
और वो चुपचाप मन में ही शिवाला बना बैठी है

लगता है इस सावन भी शिव नही मिलेगें मुझे
लगता है पगली शिव की प्रिय दासी कहीं बन बैठी है/होगी

और अंत में

सुने हैं उसके शहर में बरसी तेज होती है
और यहाँ मैं उसे हर बूंदों में ढूँढता फिरता हूँ

यूँ जो तुम आहिस्ते आहिस्ते सारे प्रश्न पूछते हो

यूँ जो तुम आहिस्ते आहिस्ते सारे प्रश्न पूछते हो
यूँ जो तुम धीरे धीरे सारे प्रश्न का जबाव ढूँढ़ते हो
एक सलीक़े का उत्तर है तुम्हें सबकुछ पता है 
फिर भी पूछते हो
यूँ जो बात बात पर जीने मरनें की बातें करते हो
यूँ जो बिना बोले सारी बातें समझा करते हो
साफ़ साफ़ क्यों नही कहते तुम्हारे साथ जीना चाहते हैं

Thursday, 29 June 2023

अपना ख़्याल रखा करें

कभी कभी अपना हाल
लिख कर भेजा करें

हाल में अपना ख़्याल
लिख कर भेजा करें

जब भी मेरी याद आये
अपना ख़्याल रखा करें

Tuesday, 20 June 2023

बहुत दिनों बाद किसी ने उसकी खबर दी
खूबसूरत ज्यादा हो गई उससे ज्यादा अच्छी

उससे खैरियत पूछे बिना,

उससे खैरियत पूछे बिना,
मैं खैरियत का हाल लिख नही सकता।।

उसके मुस्कुराने पर मौसम साफ लिखता हूँ
उसके नाराजगी पर आसमान में बदल छाया लिखता हूँ

उसके गुड नाईट लिखने पर हाजत शून्य लिखता हूँ
कुछ नही लिखने पर हाजत मूड के हिसाब लिखता हूँ

उससे मिलने पर आज का डायरी लिखना शुरू करता हूँ
उससे बिछुड़ने पर पिछले 24 घण्टे का डायरी लिखना बंद करता हूँ

और अंत में

उसने मुझसे रिश्वत में मोहब्बत मांगती है
दूसरे तरफ मोहब्बत में भ्र्ष्टाचार पसंद नही करती है
पिछले वर्ष के मौसम के साथी
तुमसे नही मिलने पर 
यहां भी बारिस नही होती

धूप से ज्यादा गर्मी है
गर्मी से ज्यादा धूप 
लगता है अपनी जुल्फें बांध रखी हो क्या

Wednesday, 14 June 2023

मेरा क्या है.. मैं यूँही दरबदर/तन्हा भटकता हूँ

मैं ड्यूटी पर तैनात लड़का हूँ
और वो OD से फ़रार लड़की है

मैं जनता जनता कहता हूँ
और वो छुट्टी छुट्टी कहती है

मैं रात्रि गश्ती कहता हूँ
और वो मुस्कुराकर रिज़र्व ड्यूटी कहती है

मैं दिवा गश्ती से काला होता लड़का हूँ
और वो 2nd OD पर सजधज कर बैठी है

मैं केस डायरी, CS, से परेशान रहता हूँ
और वो स्टेशन डायरी, सनहा लिखती है

*और अंत में*

ये सारी बातें एक तरह...

अपना काम छोड़ मेरा ही सारा काम करती है वो,
मेरा क्या है.. मैं यूँही दरबदर/तन्हा भटकता हूँ

Friday, 2 June 2023

मैं अच्छा कहानीकार हूँ
फिर भी कहानी अधूरी रह गई..

Monday, 29 May 2023

Sunday, 28 May 2023

Thursday, 25 May 2023

एक मैं हूँ, जो हर रोज पौधे में पानी देना भूल जाता हूँ
एक पगली है, जो हर रोज उस पौधे में अगरबत्ती जला आती है

Wednesday, 10 May 2023

Sunday, 7 May 2023

वो बोल रही थी कि तेरी यादों को राख कर दूँगी
ये बोल के पगली रोते रोते आँखे लाल कर ली

थाना सिरिस्ता

ऐ सब कुछ उसकी मेहरबानी है साहब
क्या बतायें.......
ये जिंदगी धीरे धीरे थाना सिरिस्ता होते जा रहा है

आमद तो बहुत पहले कर लिए थे पर प्रस्थान के लिए बेक़रार है

और अंत में

ये रिश्ता चिन्दी पुल्लथ्रो से शुरुआत किये  थे
अब आमद, प्रस्थान, गस्ती, केस डायरी पर बात आ गई है

Monday, 1 May 2023

तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद ..

Monday, 24 April 2023

Saturday, 22 April 2023

मैं रावण हूँ.......मुझे राम से ईर्ष्या होती है

मैं रावण हूँ 
मुझे राम से ईर्ष्या होती है

मैं पाताल लोक का वाशी हूँ
वो धरती और आकाश का मालिक है

मेरे पास सब कुछ है
वो सब कुछ का मालिक है

मैं सत्य के पीछे भागता हूँ
वो ही केवल अंतिम सत्य है

मेरे पास सारी शक्तियां है
वो सभी शक्तियां का स्रोत है

मेरे सभी देवी देवता दासी है
वो सभी दासी का स्वामी है

मैं त्रिलोक विजेता हूँ
वो त्रिलोक रचेयता है

मैं लंका का राजा हूँ
वो ब्रह्मांड का जननी है

मैं लंकापति  रावण हूँ
वो तो तीनो लोक का नारायण है

Sunday, 2 April 2023

पुराने शहर के परिन्दें बहुत याद आते हैं

अब नए शहर में किसी को अपना नही बनाऊंगा
पुराने शहर के परिन्दें बहुत याद आते हैं

अब नए शहर में किसी को धोखा नही दूँगा
पुराने शहर के बफादारी बहुत याद आते हैं

अब नए शहर में किसी से वादा नही करूँगा
पुराने शहर के कसमें बहुत रुलाते हैं

अब नए शहर में किसी को अच्छा नही कहूँगा
पुराने शहर के लोगों की याद रात भर जगाते हैं

अब नए शहर में किसी को अच्छा नही कहूँगा
पुराने शहर के ईमानदारी बहुत खलता है

अब नए शहर में किसी को खरीद कर कुछ नही दूँगा
पुराने शहर के आँखों के काजल बहुत रुलाता है

अब नए शहर में किसी को आवाज देकर नही रोकूँगा
पुराने शहर के पायल की रुनझुन बहुत सताता है

और अंत में

आज रविवार है पगली फिर से छोटी सी बिंदी 
और आँखों हल्का काजल लगायी होगी

Saturday, 18 March 2023

नये शहर में अगर मैं खो जाऊँगा

नये शहर में अगर मैं खो जाऊँगा
तुम आवाज़ देना, वापस आ जाऊँगा

नये शहर में अगर मैं व्यस्त ज्यादा हो जाऊँगा
तुम याद आना, फुर्सत मैं ढूंढ लाऊँगा

नये शहर में रातभर नींद नही आती है
तुम सपनों में आना, सारी रात पुरानी बातें करूँगा

और अंत में

नये शहर में जिसे देखूँ बातें सुना जाता है
पुराने शहर की तुम्हारी डाँट बहुत याद आती है

जाते जाते

कल रविवार है पिछली रविवार की तरह सजना संवरना 
आँखों में हल्का काजल, माथे पर छोटी सी बिंदी लगाना
बालों को सजा कर बांधना, और होठों पर थोड़ी मुस्कुराहट रखना

और मैं तुम्हें दूर से ही नज़रे झुकाये देखता रहूँगा

Thursday, 9 March 2023

होली की शुभकामनाएं

Tuesday, 7 March 2023

Bpa छोड़ते छोड़ते

Bpa छोड़ते छोड़ते 
मैंने तुम्हें भी छोड़ दिया 
तेरी बातें को 
तेरी मुस्कुराहट को
तेरी यादों को
तेरी ख़्वाब को
तेरी चेहरे को
तेरी अहसासों को
तेरी भरोसे को
तेरी इसरों को
तेरी पायल को
तेरी अदाएं को

*अरे पगली सुन*
तू तो कुछ पूछती भी नही है फिर भी कहता हूँ..

सब कुछ छोड़ते छोड़ते
मैंने खुद को भी तेरे पास छोड़ दिया
अगर तू इजाजत दे तो
सिर्फ शरीर ले जा रहा हूँ
साँसे चल रही है.. नाम तेरा ले रहा
धड़कन धड़क रही है..पर तेरे लिए
आगे कुछ दिख नही रहा..बस तू दिखती है
आँखे पत्थर सी हो गई है..सिर्फ़ तुझे  ढूंढ रही है
कहाँ हूँ पता नही..सिर्फ लगता है तेरे हाथ मेरे हाथ मे है
तेरी सारी बातें अंदर ही अंदर मुझे कचोटती है

Wednesday, 1 March 2023

ऐ bpa वालों तुम्हें कुछ मालूम भी है



ऐ bpa वालों तुम्हें कुछ मालूम भी है 
या यूँ ही खुद पर गुमान करते हो..
तेरी छोटी सी चार दिवारी में
मेरी खूबसूरत महबूब भी रहती है

जब शाम को सजधज कर मुझसे मिलती है तो
तेरी ऊँची गुबंद वाली मकान भी फीकी लगती है

जब वो मुस्कुराते हुए  जुल्फें लहड़ाती है
तेरा कच्ची मैदान  काली बादल की तरह ढक जाती है 
और छोटी लगती है

बंजर भूमि पर रुकी सूखी हरी घास लगाते हो
कभी मेरी महबूब से मिलो
देखने और सोचने मात्र से तरोताजा महसूस करता हूँ

तुम्हें क्या लगता हैं सिर्फ तुम्हें परेड आता है
जब भी उससे मिलने जाता हूँ
पहले दाहिने सज 
फिर 1,2,1..कह कर कदमताल कराती है
उसके बाद ही बात आगे बढ़ाती है

क्या तुम्हें लगता है सिर्फ तुम्हें पता है
ट्रेनिंग मीन्स टाइम होता है
एक बार उनसे भी एक सेकेंड देरी से मिलो
पनिशमेंट में hello hello सारी रात शीर्षासन hello कराती है

तुम्हारे यहाँ तो बारिश भी नही होती
ये तो बात बात पर आँखों से मूसलाधार बारिश करती है

और अंत में..

क्या लगता है तुम्हें सिर्फ तुम्ही से pop चाहिए
मुझे तो उस पगली से भी pop लेनी है

पगली कुछ भी न तो जानती है न ही समझती है
बस जीने का दूसरा नाम मोहब्बत कहती है
यहाँ से जाने के नाम पर गले लग कर पगली बहुत रोती है

Sunday, 26 February 2023

कुछ तो है जो छूट रहा है #BPA

जिन्दगी उस मोड़ पर आ गई है

जिस से जिन्दगी है

उसी से विदाई लेनी पड़ रही है

हाँ माने की थोड़ी मुश्किल है

यहाँ से जाने की ख्वाहिश भी तो अपनी थी

पहले पराया कहे,फिर अपना,अब  बेगाना भी कह देगें

सब कुछ छोड़ कर जाने की रिवाज़ है दुनियाँ में
इस रस्म को भी निभानी है

वक़्त किसी के लिए नही रुकता 
इस बात को भी समझनी है

एक पिजड़े को तोड़ देने की तैयारी थी
खुला दरवाजा सोच कर हैरानी है

उड़ते परिन्दें कब अपना घोंसला बनाया है
कभी इस डाल पर कभी उस डाल पर फिर शाम होते शहर छोड़ देगें

यहाँ का प्रशिक्षण महाभारत का युद्ध जैसे रहा
युद्ध जीत जाने पर अंत में अपनों का खोने का गम में गले लग कर रोयेगें

हाँ यहाँ से प्रशिक्षित होकर जायेगें
पर अपने सुनहले पल और अपनों की यादों को भुलाने में अप्रशिक्षित रह गए

और अंत में

हमेशा मन मे एक बात ही लगातार चल रहा है
कोई चीज है जो छूट रहा है
कोई चीज है जो आँखों से ओझल हो रहा है
कोई चीज है जिसे भूलना नही चाहते
कोई चीज है जिसे खोना नही चाहते
कोई चीज है जिसे से बिछड़ना नही चाहते
कई वादें हैं जिसे तोड़ना नही चाहते

कोई चीज है जो कुछ दिन और ठहर जा कह रहा हो

Saturday, 18 February 2023

लगता है नाराज़ होकर पहुंच गई है भोलेनगरी में

सफ़र में गुम होना अगर तो सीता जैसी
तुझे जंगल जंगल ढूंढता रहूँ वनवासी बनकर

इंतज़ार भी अगर करना होतो सती जैसी
तुझसे मिलने के लिए बार बार जन्म लेता रहूँ धरतीपर

मुझसे क्रोधित होकर बन जाना काली सी कल्याणी जैसी
मैं निर्बल बन जमीन पर लेटा रहूँगा भोलेनाथ जैसे

और अंत में

पगली नज़र नही आ रही है इस शिवरात्रि में
लगता है नाराज़ होकर पहुंच गई है भोलेनगरी में

जाते जाते

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
आप सभी को महाशिवरात्रि की बधाई एवं शुभकामनाएं
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं

Friday, 17 February 2023

सुझाव

वो मुझे सुझाव तो देती है,
पर साथ नहीं देते ।।

ना तो नही कहती है
पर हाँ नही कहती

साथ तो चलती है
पर हाथों में हाथ नही थामती

वो मुझे हर वक्त देखती है
पर आँखों मे आँखों डाल कर नही देखती

वो मुझे सुनाती तो है
पर मेरी कभी नही सुनती है

Tuesday, 14 February 2023

स्नेह दिवस की पगली को भी शुभकामनाएं

कहते कहते मैं चुप हो जाऊँगा
फिर भी मैं मोहब्बत निभाऊंगा

बातें करते करते मैं खामोश हो जाऊँगा
फिर भी मैं मोहब्बत निभाऊंगा

चलते चलते मैं खो जाऊँगा
फिर भी मैं मोहब्बत निभाऊंगा

देखते देखते मैं आँखें बंद कर जाऊँगा 
फिर भी मैं मोहब्बत निभाऊंगा

वादा करते करते मैं तोड़ जाऊँगा
फिर भी मैं मोहब्बत निभाऊंगा

फिर से मैं लौट कर आऊँगा
गाते गाते मैं तुम्ही को गुनगुनाउँगा
लिखते लिखते मैं तुम्ही को लिख जाऊँगा
हाँ फिर से मैं मोहब्बत निभाऊंगा

Sunday, 12 February 2023

Tuesday, 7 February 2023

Happy 🌹Rose🌹 Day

Monday, 6 February 2023

कंधे में दर्द बहुत है

स्टार लगाने से पहले का बोझ है,या
जिम्मेदारी का भार बहुत ही अधिक है,या
न थकने वाली आदत की शुरुआत है,या
अपनों की परवाह/फ़िक्र का पुरस्कार है,या
चुपके से सब कुछ सहने का एक हिस्सा है,

और अंत में

थोड़ा बहुत पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता है
थोड़ा बहुत जीने के लिए अंदर ही अंदर मरना पड़ता है

#BPET

Sunday, 5 February 2023

बजट

वो बजट की लोकलुभावन योजना प्रिय
मैं साधरण मध्यवर्गीय प्रिय

वो बजट की खूबसूरत धोषणा प्रिय
मैं टैक्स स्लैब में छूट का इंतज़ार करता प्रिय

वो खर्च की सालभर का लेखा जोखा  प्रिय
मैं हर महीने वेतन का इंतजार करता प्रिय

वो बजट सत्र की हंगामा प्रिय
मैं खाली जेब का सन्नाटा प्रिय

और अंत में

इतना लिखते ही मैं pop गया प्रिय
तब से ये अधूरा लिखा रह गया प्रिय

😂😂😂😂😂😂😂😂
कश्तियाँ सब की किनारे लगती है
बहाव अगर प्रतिकूल हो तो
हवाओं का रुख बदलने का इंतज़ार कर

Friday, 3 February 2023

Wednesday, 1 February 2023

दुश्मन अच्छा और स्तर का हो तो
लड़ने में भी मजा आता है

नही तो

दोस्ती भी अच्छा ,सच्चा और स्तर का न हो तो
वो दोस्त क्या दुश्मन भी बनने लायक नही होता

Sunday, 29 January 2023

चाय

ये चाय नही है साहब, आदत है
जैसे सुबह उठ कर, 
किसी से मिलना हो/अखबार पढ़ना है
किसी के होने के एहसास दिलाता है
सब कुछ अच्छा होगा, भरोसा दिलाता है
अपनापन का एहसास दिलाता है
रिश्तों को तरोताजा हर सुबह करता है
दोपहर का खालीपन का अपना साथी है
शाम में किसी का इंतज़ार करता है
किसी से बेवजह बातचीत का जरिया है
थकान, नींद,शिर दर्द का छूमंतर है

और अंत

एक पगली से मिलने का बहाना है
देर तक उसे बिना थके देखने का बहाना है
उसे बातों में उलझनें का सस्ता तरीका है

Friday, 27 January 2023

Thursday, 26 January 2023

इस कमजोर विद्यार्थी को भी..

वो मेरी 2 की पहाड़ा है
मैं उसका 17 का पहाड़ा हूँ
उसे याद दिलाना पड़ता है मैं तुम्हारा हूँ..
वो कहती है बहुत याद करती हूँ याद नही होते हो.

इस कमजोर विद्यार्थी को भी..
💐वसंत पंचमी की शुभकामनाएं💐

Monday, 23 January 2023

मर्द

असली पुरुष वही हैं, जो हर स्त्री का सम्मान करे ...
न कि सिर्फ अपनी पसंदीदा स्त्री का।।

Sunday, 22 January 2023

झूठी दुनियाँ के बीच में
मुझे वो पगली पसंद है 
मुस्कराती रहती है हमेशा
मुझे उसकी नाराजगी पसंद है
थोड़ी सी नाज़ुक है वो
फिर भी मुझे वो पगली पसंद है

Friday, 20 January 2023

अब वो इश्क में भी
कानून का पाठ पढ़ाती है
जब भी मिलने जाता हूँ
एक मिनट के देरी पर..

पहले दाहिने सज 
फिर 1,2,1..कह कर कदमताल कराती है
उसके बाद ही बात आगे बढ़ती है

Wednesday, 11 January 2023

Friday, 6 January 2023

किसी को इश्क़ हुआ bpa से
किसी को इश्क़ हुआ bpa में
किसी का इश्क टूटता bpa से
किसी का इश्क़ टूटता bpa में

अरे मुझे तो इश्क़ हुआ तुम्ही से
और हम तो इश्क़ में टूटे तुम्ही से