Thursday, 29 June 2023

अपना ख़्याल रखा करें

कभी कभी अपना हाल
लिख कर भेजा करें

हाल में अपना ख़्याल
लिख कर भेजा करें

जब भी मेरी याद आये
अपना ख़्याल रखा करें

Tuesday, 20 June 2023

बहुत दिनों बाद किसी ने उसकी खबर दी
खूबसूरत ज्यादा हो गई उससे ज्यादा अच्छी

उससे खैरियत पूछे बिना,

उससे खैरियत पूछे बिना,
मैं खैरियत का हाल लिख नही सकता।।

उसके मुस्कुराने पर मौसम साफ लिखता हूँ
उसके नाराजगी पर आसमान में बदल छाया लिखता हूँ

उसके गुड नाईट लिखने पर हाजत शून्य लिखता हूँ
कुछ नही लिखने पर हाजत मूड के हिसाब लिखता हूँ

उससे मिलने पर आज का डायरी लिखना शुरू करता हूँ
उससे बिछुड़ने पर पिछले 24 घण्टे का डायरी लिखना बंद करता हूँ

और अंत में

उसने मुझसे रिश्वत में मोहब्बत मांगती है
दूसरे तरफ मोहब्बत में भ्र्ष्टाचार पसंद नही करती है
पिछले वर्ष के मौसम के साथी
तुमसे नही मिलने पर 
यहां भी बारिस नही होती

धूप से ज्यादा गर्मी है
गर्मी से ज्यादा धूप 
लगता है अपनी जुल्फें बांध रखी हो क्या

Wednesday, 14 June 2023

मेरा क्या है.. मैं यूँही दरबदर/तन्हा भटकता हूँ

मैं ड्यूटी पर तैनात लड़का हूँ
और वो OD से फ़रार लड़की है

मैं जनता जनता कहता हूँ
और वो छुट्टी छुट्टी कहती है

मैं रात्रि गश्ती कहता हूँ
और वो मुस्कुराकर रिज़र्व ड्यूटी कहती है

मैं दिवा गश्ती से काला होता लड़का हूँ
और वो 2nd OD पर सजधज कर बैठी है

मैं केस डायरी, CS, से परेशान रहता हूँ
और वो स्टेशन डायरी, सनहा लिखती है

*और अंत में*

ये सारी बातें एक तरह...

अपना काम छोड़ मेरा ही सारा काम करती है वो,
मेरा क्या है.. मैं यूँही दरबदर/तन्हा भटकता हूँ

Friday, 2 June 2023

मैं अच्छा कहानीकार हूँ
फिर भी कहानी अधूरी रह गई..