घर तोड़ा नही उसने
बल्कि मेरा घर उजार दिया
तिनका तिनका से सजाया था
बेरहम ने राख में मिला दिया
नदियों का सौख नही मुझको
इन आँखों ने समुद्र देखा है
लोग कहते हैं कि तुम्हारा अंदाज़ बदला बदला सा हो गया है पर कितने ज़ख्म खाए हैं इस दिल पर तब ये अंदाज़ आया है..! A6