लोग कहते हैं कि तुम्हारा अंदाज़ बदला बदला सा हो गया है पर कितने ज़ख्म खाए हैं इस दिल पर तब ये अंदाज़ आया है..! A6
चल मुशाफिर चल ........ यादों के इस शहर से दूर गम के शरहद के उस पर तेरी मंज़िल ...चल मुशाफिर चल ...
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