लोग कहते हैं कि तुम्हारा अंदाज़ बदला बदला सा हो गया है पर कितने ज़ख्म खाए हैं इस दिल पर तब ये अंदाज़ आया है..! A6
हे साँप, मैं तुम से एक प्रश्न पूछता हूँ उत्तर दोगे क्या ? तुम अपने अन्दर इतना विष कहाँ से पाया ..? हे साँप तुम इतने जहरीलें कैसे हो ..?
तुम तो मनुष्य के बीच भी नही रहते..
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